शिव संकर अवतारी .
.भगवान शिव का साधू अवतार .
.हिमाचल ने जब अपनी पुत्री पार्वती को शिवजी को देने का निश्चय किया तो देवताओं को चिंता होने लगी की इससे तो हिमाचल शिवजी की एकाग्र भक्ति से शिव के निर्माण पद का आधिकारी हो जाएगा देवता बर्मा के पास गये और हिमाचल को विचलित करने का अनुरोध किया ब्रह्मा जी ने विवशतापूर्वक होकर उन्हें शिवजी के पास भेज दिया भोलेनाथ ने उनकी बात मन ली और भेष बदलकर हिमाचल के घर गये शिवजी ने कहा की जिससे तुम अपनी पुत्री का विवाह करने जा रहे हो वह तो विरूप ,निर्गुण ,सम्शान्वाशी ,सर्पधारी,और दिगंबर है उनके साथ पार्वतीसुखी नहीं रहेगी यह सुनकर पर्वत राज अपनी आस्था से विचलित नहीं हुआ .
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