स्कूल का वो आखरी दिन
जब सारी लडकियां साड़ी में आती थी
और उन्हें देखकर मन में एक ही सवाल होता था साला ये भी इतनी सुंदर थी
स्कूल ड्रेस में पता ही नहीं चला
लड़का तुम लडकियां इतनी खूबसूरत क्यों हों
लड़की क्योंकि भगवान ने हमें अपने हाथों से बनाया है
लड़का लें बोल तो ऐसे रही है जैसे हमें तो मजदूरों को ठेके पर दिया था
पति अरे सुनो मुन्ना रो रहा है चुप कराओ इसे
पत्नी मैं काम करू या बच्चे संभालू, मैं इसे दहेज़ में नहीं लायी थी खुद ही चुप करा लो
पति फिर रोने दे
मैं कौनसा इसे बारात में लेकर गया था
हद हो गयी यार पागलपन की
एक मित्र को कॉल किया तो
कॉलर ट्यून यह बजी
जिस व्यक्ति से आप सम्पर्क
करना चाहते है वे इस समय रजनीगंधा खा रहे है..
कृपया थूकने तक प्रतिक्षा करें
बेइज्जती कैसे होती है
बहु अपनी सास से बात करती हैं
आपके बेटे में तो हज़ारों कमियाँ हैं
सास हाँ बेटी
इसी वजह से तो उसे अच्छी लड़की
नही मिली
संता बंता रात को घूम रहे थे
संता बहुत गरमी है यार
बता हाँ यार अगर दिन होता तो कहीं छांव में ही बैठ जाते
पत्नी पति से अजी सुनते हो, पड़ोस की पिंकी को maths में 100 में से 99 marks मिलें हैं
पति अच्छा तो 1 mark कहाँ गया
पत्नी अपना पप्पू ले के आया है
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