ना ही वो आती है ना उसकी यादें जाती हैं
मै इतना तनहा रहता हु या उसकी यादें कर जाती हैं
उससे दूर रहने का इरादा न था पर कुछ गलतियां हो जाती हैं
ना जाने अब वो कहा मिलेगी जिसकी यादें आती हैं
काश ये वक्त वहीँ थम जाता और मिल जाती वो मुझे अगर
मैं ऐसा तो न होता तनहा और न भरता आँखों में सागर
ना जाने कब वो आएगी, कब उसकी यादें जाएँगी
शायद अब वो न आएगी ना उसकी यादें जाएँगी
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